Stale Roti benefits for health: दोस्तों रोटी हमारी डाइट का सबसे ना जरूरी हिस्सा होता है।रोटी के बिना भोजन मानो अधूरा ही माना जाता है। हम बाहर की चीज भी खा लेते हैं लेकिन बाद में पेट हमारा रोटी से ही भरता है। लेकिन दोस्तों कई बार खाना बनाते हुए बहुत सारी रोटियां बच जाती है। कई लोग तो इन रोते को फेंक देते हैं। कुछ लोग इन रोते को जानवरों को दे देते हैं। लेकिन आज हम आपको बची हुई बासी रोटी के वह फायदे बताएंगे जो हमारी सेहत के लिए बहुत लाभदायक है। यह सब जानने के बाद आप बांसी रोटी को कभी भी नहीं फेंकेंगे।
बासी रोटी के फायदे
बासी रोटी सेहत के लिए ताजा रोटी से ज्यादा फायदेमंद होती है। आओ जानते हैं की बासी रोटी के क्या फायदे हैं। इसके अलावा हम यह भी जानेंगे कि हमें कितने घंटे पुरानी बासी रोटी खानी चाहिए।
- बासी रोटी में ताजा रोटी से ज्यादा न्यूट्रीशन होता है। ऐसा माना जाता है की बासी रोटी जो 10 12 घंटे के लिए रख दी जाती है, तो उसमें आईएस यानी रजिस्टर्ड स्टार्च की मात्रा बढ़ जाती है। जो हमारी सेहत के लिए अच्छा होता है।
- बासी रोटी कम कैलोरी वाली होती है और इसे खाने से पेट भरा हुआ महसूस होता है, जिससे वजन नियंत्रित( Weight Control) रहता है।
- बासी रोटी खाने से दिनभर के लिए ऊर्जा( Energy) मिलती है और शरीर ताजगी महसूस करता है।
- डायबिटीज के मरीजों के लिए बासी रोटी बहुत लाभदायक हो सकती है। डायबिटीज के मरीजों के लिए रजिस्टर स्टार्च बहुत जरूरी होता है यह शरीर में इन्सुलिन बाइक को बढ़ाने नहीं देता।ऐसा माना जाता है कि डायबिटीज के रोगियों के लिए बासी रोटी फायदेमंद होती है। बासी रोटी खाने से शरीर में शुगर का स्तर नियंत्रण में रहता है, जिससे डायबिटीज़ के मरीजों को लाभ होता है।
- बासी रोटी खाने से शरीर में ठंडक बनी रहती है, जो मानसिक तनाव को कम करने में सहायक होती है।
- जिन लोगों को भी पेट से संबंधित समस्याएं हैं, जैसे की गैस, कब्ज और अन्य पेट से संबंधित समस्याएं और जिन्हें डाइजेशन अच्छे से नहीं होता। बासी रोटी को पचाना आसान होता है, जिससे पाचन तंत्र को आराम मिलता है और एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। उन लोगों के लिए बासी रोटी बहुत ही फायदेमंद होती है।
Conclusion/ निष्कर्ष
दोस्तों! अगली बार जब आपके पास बासी रोटी हो, तो उसे फेंकने की बजाय इन फायदों को ध्यान में रखते हुए उसे खाएं और स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करें। बासी रोटी के बारे में एक दिलचस्प बात यह है कि अगर इसे रात के समय दूध में भिगोकर खाया जाए, तो यह शरीर को ठंडक और आराम पहुंचाता है। खासकर गर्मियों में, यह शरीर के तापमान को संतुलित करने में मदद कर सकता है। पुराने समय में, गाँवों में लोग इसे एक तरह की घरेलू चिकित्सा के रूप में इस्तेमाल करते थे। इसे खाने से पाचन भी बेहतर होता है और नींद अच्छी आती है, जिससे आप तरोताज़ा महसूस करते हैं। ये बातें आमतौर पर लोगों को नहीं पता होती और कहीं लिखी भी नहीं मिलतीं।
डिस्क्लेमर- यह सलाह केवल एक सामान्य जानकारी है।यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा गहराई का विकल्प नहीं है।अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने किसी नीति चिकित्सक से ही परामर्श ले। मेक इंडिया हेल्थी इस बात का दवा नहीं करता कि, आप इस सलाह को हमारे कहने पर माने