Ayurvedic Herbs for Effective Weight Loss and Detox- शरीर को दुबला और पतला बनाने के लिए जिन पदार्थों का उपयोग किया जाता है उन्हें आयुर्वेद में “लंघन” कहा जाता है। इन्हें “लेहन” या “कृष्णा” भी कहा जाता है। ऐसे पदार्थ शरीर से अनावश्यक तत्वों, मल और अतिरिक्त चर्बी को बाहर निकालने का काम करते हैं, जिससे शरीर हल्का और पतला हो जाता है। ये पदार्थ विशेष रूप से वायु और अग्नि तत्वों से बने होते हैं, जो शरीर में हल्कापन लाते हैं। इनके गुण हल्के, तीखे, चिकनाई दूर करने वाले, रूखे, सूक्ष्म (अर्थात आंतरिक प्रभाव वाले), रूखे, प्रवाही और कठोर होते हैं। इनकी तासीर गर्म होती है, जिससे शरीर के अनावश्यक तत्व सूख जाते हैं। वायु और अग्नि तत्व दोनों ही शरीर से चर्बी और मांस को सुखाकर शरीर को हल्का बनाते हैं। इनका उपयोग उन लोगों पर किया जाता है जो भारी होते हैं या मजबूत शरीर वाले होते हैं ताकि उनके शरीर का वजन कम हो और वे स्वस्थ और फिट रहें। ( The substances which are used to make the body light are called “Langhan” in Ayurveda. These are also called “Lehan” or “Krishna”. Such substances work to remove unnecessary elements, feces, and excess fat from the body, due to which the body becomes light and slim. Their qualities are light, pungent, grease-removing, dry, subtle (i.e. having an internal effect), rough, flowing and hard. Their effect is hot, due to which the unnecessary elements of the body dry up. They dry up the fat and flesh from the body and make the body light. These are used on people who are heavy or have strong to reduces weight and they remain healthy and fit).

Ayurvedic Herbs for Effective Weight Loss and Detox
Ayurvedic Herbs for Effective Weight Loss and Detox

शरीर को दुबला और हल्का बनाने के लिए इन 10 आयुर्वेदिक औषधियों का उपयोग किया जाता है। ( These 10 Ayurvedic medicines are used to make the body lean and light).

मुष्कुस्थहरिद्रुविशाक्तुरोहिञ्चचित्रबिल्वहैमवत्य इति दशेमानी कृतियानि भवन्ति। मुष्टा, कुष्ठ, हरिद्रा, दारु, विषा, कटु, रोहिणी, चित्रका, बिल्व और हैमवती – ये दस जड़ी-बूटियाँ हैं जिनका उल्लेख किया जाना चाहिए।

1. नागरमोथा (Cyperus Rotundus)

सेवन विधि: नागरमोथा का चूर्ण पानी के साथ लिया जा सकता है। इसे गुनगुने पानी या शहद के साथ सुबह खाली पेट लेना लाभकारी होता है। ( Nagarmotha powder can be taken with water. It is beneficial to take with lukewarm water or honey in the morning on an empty stomach).

प्रभाव: नागरमोथा पाचन को सुधारता है और मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, जिससे शरीर में अतिरिक्त वसा बाहर निकलती है।  (Nagarmotha improves digestion and speeds up metabolism, thereby reducing excess fat in the body).

2. हैमवती (Unknown)

सेवन विधि: हैमवती का चूर्ण या काढ़ा बनाकर अन्य औषधियों के साथ सेवन किया जा सकता है।आप इसको गरम पानी में गाढ़ा बना कर ले सकते हैं Powder or decoction of Hemvati can be consumed along with other medicines.)

प्रभाव: इस औषधि के बारे में विशेष जानकारी उपलब्ध नहीं है, परंतु इसे भी चर्बी कम करने के लिए उपयोग में लिया जाता है।

3. चिरविलव (Chirabilva – Holoptelea integrifolia)

सेवन विधि: इसका काढ़ा बनाकर सुबह खाली पेट लेना लाभकारी होता है।(  It is beneficial to make its decoction and take it in the morning on an empty stomach) 

प्रभाव: यह शरीर की अतिरिक्त चर्बी को कम करने के साथ ही विषैले तत्वों को बाहर निकालता है।जिससे हमारा शरीर स्वस्थ और पतला बनने में मदद मिलती है.(  Along with reducing excess fat from the body, it also removes toxic elements).

 4. चित्रक (Plumbago Zeylanica)

सेवन विधि: इसका चूर्ण भोजन के बाद गर्म पानी के साथ लिया जा सकता है। Its powder can be taken with warm water after meals). 
प्रभाव: चित्रक अग्नि को बढ़ाता है और पाचन क्रिया में सुधार कर अतिरिक्त वसा घटाने में सहायक है। यह शरीर से एक्स्ट्रा फैट को निकालने में मदद करता है. Chitrak increases Agni and is helpful in reducing excess fat by improving digestion.

5. कटुकी (Picrorhiza Kurroa)

प्रभाव: कटुकी यकृत को स्वस्थ रखती है और शरीर की चर्बी घटाने में सहायक होती है।इसके सेवन से हमारा शरीर जल्दी है पतला होने लग जाता है. सेवन विधि: कटुकी का चूर्ण शहद या गुनगुने पानी के साथ लिया जा सकता है, या इसे अन्य औषधियों के साथ मिलाकर काढ़ा बनाकर सेवन किया जा सकता है। ( Katuki (Picrorhiza Kurroa) keeps the liver healthy and helps in reducing body fat. It Katuki powder can be taken with honey or lukewarm water, or it can be mixed with other medicines and consumed as a decoction).

6. अतीश (एकोनिटम हेटेरोफिलम)

सेवन विधि: इसका चूर्ण शहद या गुनगुने पानी के साथ लिया जाता है, खासकर सुबह के समय। ( Powder of atish is taken with honey or lukewarm water.)

प्रभाव: अतीश पाचन शक्ति को बढ़ाने के साथ-साथ शरीर से विषाक्त तत्वों को बाहर निकालता है। यह शरीर में मौजूद विषैला पदार्थ को बाहर निकालता है। (Atisha along with increasing the digestive power also removes toxic elements from the body).

7. (एकोरस रीड)

सेवन विधि: वच का चूर्ण पानी के साथ लिया जा सकता है या इसे अन्य औषधियों के साथ मिलाकर काढ़ा बनाकर सेवन किया जा सकता है। (Vacha powder can be taken with water or it can be consumed by mixing it with other medicines and making a decoction).

प्रभाव: वच पाचन शक्ति बढ़ाने और शरीर में अतिरिक्त वसा को कम करने में सहायक होती है। इसके चूर्ण को खाने से हमारे शरीर तेजी से पतला होने लग जाता है।  ( Vach is helpful in increasing digestion power and reducing body).

8. हल्दी (बर्बेरिस अरिस्टाटा)

सेवन विधि: दारुहल्दी का काढ़ा बनाकर पीना फायदेमंद होता है। इसे गर्म पानी में उबालकर, छानकर लिया जा सकता है। (Drinking decoction of barberry is beneficial. It can be taken by boiling it in hot water and filtering it).

प्रभाव: यह यकृत (लिवर) के कार्य को सुधारती है और चर्बी को पचाने में सहायता करती है। यह फैटी लीवर को भी कम करता है। ( It improves liver function and helps in digesting fat).

9. हल्दी (Turmeric)

सेवन विधि: हल्दी को दूध या पानी के साथ लिया जा सकता है, या हल्दी और अदरक के मिश्रण का उपयोग किया जा सकता है। (Turmeric can be taken with milk or water, or a mixture of turmeric and ginger can be used).

प्रभाव: हल्दी जो शरीर की चर्बी को घटाने में सहायक है। यह शुद्धि का काम करता है.( Turmeric has thermogenic effect, which is helpful for reducing fat. It also purifies).

10. कुट (सॉसुरिया लप्पा) Kut (Saussurea lappa)

सेवन विधि: कुट का चूर्ण एक चम्मच शहद या गुनगुने पानी के साथ सुबह-शाम लिया जा सकता है.( Kut powder can be taken in the morning and evening with one spoon of honey or lukewarm water).

प्रभाव: कुट के गुण जो चर्बी घटाने में सहायक हैं। Kut are carminative and agni enhancer, which are helpful for reducing fat.

औषधियों का मिश्रण बनाना

इन औषधियों को एक साथ मिलाकर पाउडर के रूप में लिया जा सकता है। सभी औषधियों के चूर्ण को बराबर मात्रा में मिश्रण बनाकर प्रयोग किया जाता है. आप यह मिश्रण एक-एक चम्मच गर्म पानी या शहद के साथ सुबह-शाम सेवन करने से शरीर में चर्बी कम करने में सहायता मिलती है। ( These medicines can be mixed together and taken in powder form. Mixing the powders of all the medicines in equal quantities and consuming one spoon each with warm water or honey in the morning and evening helps in reducing body fat).

intake method: Powder or decoction of Hemvati can be consumed along with other medicines.)

Conclusion

ध्यान रहे कि जब भी आप किसी औषधि का प्रयोग करें तो किसी चिकित्सक या आयुर्वेद चिकित्सा की सलाह के अनुसार ही करें. It is necessary to consult a specialist before using any medicine).

FAQ
आयुर्वेद क्या है और इसका मुख्य उद्देश्य क्या है?

आयुर्वेद एक प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति है जिसका अर्थ “जीवन का विज्ञान” होता है। इसका मुख्य उद्देश्य शरीर, मन और आत्मा के बीच संतुलन स्थापित कर स्वास्थ्य और दीर्घायु को बढ़ावा देना है। यह प्राकृतिक उपचार, खानपान, योग, और जड़ी-बूटियों के माध्यम से रोगों को ठीक करने का प्रयास करता है।

Disclaimer: This information is for educational purposes only and is based on the Charak Samhita. It is not a substitute for professional medical advice, diagnosis, or treatment. Always consult a healthcare provider for medical concerns. Individual results may vary. Make India Healthy is not responsible for any adverse effects or consequences resulting from the use of this information.

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